दो वरिष्ठ पत्रकार उतरे हाईटेक खेती के मैदान में, ग्रामीण और कृषि जगत पर केंद्रित चैनल लाने की तैयारी
प्रिंट और टीवी मीडिया के जाने- माने जर्नलिस्ट सुधीर सुधाकर और मनोज रस्तोगी अब अलग दिशा में चल पड़े हैं। मुख्य धारा की पत्रकारिता में तीन दशक से भी ज्यादा समय से सक्रिय इन दोनों ने देश के अलग अलग प्रांतों में प्रतिष्ठित अखबारों में काम करते हुए अपने अनुभव संसार को विस्तृत किया।
सुधीर सुधाकर ने अपने शहर मधुबनी से निकलकर पटना, गुवाहाटी और दिल्ली में प्रमुख समाचार पत्रों के बाद बी.ए.जी. फिल्म्स, न्यूज़ 24, पी-7 न्यूज़, न्यूज़ एक्स्प्रेस, सूर्या समाचार जैसे राष्ट्रीय न्यूज़ चैनलों के अलावा नोवेल पुरस्कार से सम्मानित श्री कैलाश सत्यार्थी के बचपन बचाओ आंदोलन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों के साथ अपनी सेवाएं दी, तो मनोज रस्तोगी ने अपने शहर सहारनपुर से निकलकर महाराष्ट्र के औरंगाबाद में लोकप्रिय अखबार लोकमत, दिल्ली में तहलका, बीएजी फ़िल्म्स, न्यूज़ वर्ल्ड इंडिया चैनल में वरिष्ठ पदों पर सेवारत रहे। बीच में पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के निजी प्रेस सलाहकार, ओमैक्स फाउंडेशन और जिंदल ग्रुप में वायस प्रेसिडेंट की भी जिम्मेदारी निभायी। दोनों के मन में प्राकृतिक खेती करने की तमन्ना थी और इस बाबत दिल्ली के आसपास लीज पर जमीन के लिए चक्कर काटे। उसी दौरान कोविड के चलते सुधीर जी अपने गांव बिहार जाकर अपनी पैत्रिक जमीन पर प्राकृतिक खेती में डंट गए। इसके आगे की कहानी उनके फेसबुक वॉल से साभार उद्धरित है।
एक वरिष्ठ पत्रकार की रिपोर्ट के आधार पर
var /*674867468*/