हाशिये पर पत्रकारिता और हाशिये की पत्रकारिता… कभी—कभी कुछ ऐसी बातें बातों—बातों में निकल जाती हैं जो...
सोशल मीडिया
आप लोगों ने कई पत्रकारों को देखा होगा जो अपने कलम या माइक की ताकत से सितम...
हिन्दी पत्रकारों का बुढ़ापा और भविष्य छह आठ महीने पहले एक अनजान नंबर से फोन आया था।...
फ़ेसबुक की शुरुआत दोस्तों के बीच बिना एक-दूसरे को देखे चैट करने के मक़सद से हुई थी।...
बदली, बढ़ी, बिखरी पत्रकारिता और चंदन! हरिशंकर व्यास ‘धर्मयुग’ मठ के अनुशासन में निकलती पत्रिका वहीं रविवार...
आज सुबह “आज तक” न्यूज़ चैनल पर ‘वायरल के सच’ प्रोग्राम में दिखाया गया कि एक हिरण...
कांग्रेस की बाईपास सर्जरी है कन्हैया की एंट्री जब हर दवा बेअसर होने लगे और कोई दूसरा...
पत्रकारिता का रुतबा और हाल तो सबको पता है। आजकल यू-ट्यूब चैनल और यूट्यूब की पत्रकारिता का...
खेल खत्म – राहुल गांधी (खबर और उसका नहीं छपना तथा उसके मायने) मैं चाहता हूं कि...
आज भास्कर के कई संस्करणों में फ्रंट पेज पर पहली खबर है कि ‘विदेशी कंपनियों की पुहंच...