
नई दिल्ली। देश की टेलीविज़न पत्रकारिता में एक और बड़ा घटनाक्रम सामने आया है। न्यूज़ इंडिया 24×7 चैनल ने अपने एडिटर ब्रह्म प्रकाश दुबे को कार्यमुक्त कर दिया है। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, यह निर्णय चैनल में व्यापक स्तर पर चल रहे पुनर्संरचना अभियान के तहत लिया गया है।
बताया जा रहा है कि चैनल के शीर्ष प्रबंधन द्वारा आंतरिक समीक्षा के बाद यह कदम उठाया गया है। दुबे की विदाई को लेकर कोई आधिकारिक बयान तो जारी नहीं किया गया है, लेकिन अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि यह फैसला चैनल की संपादकीय दिशा और संगठनात्मक संरचना को नए सिरे से परिभाषित करने की रणनीति का हिस्सा है।
दुबे का करियर: संघर्ष, पहचान और प्रतिष्ठा का नाम
ब्रह्म प्रकाश दुबे ने मई 2025 के पहले सप्ताह में न्यूज़ इंडिया 24×7 के साथ एडिटर के रूप में जुड़ाव किया था। वे दिल्ली की राजनीतिक हलचलों, प्रशासनिक फैसलों, क्राइम रिपोर्टिंग और चुनावी विश्लेषण के क्षेत्र में जाना-माना नाम रहे हैं। पत्रकारिता में उनका दो दशक से अधिक का अनुभव है, जिसमें उन्होंने कई प्रतिष्ठित संस्थानों में काम किया है।
उनका करियर 2004 में ज़ी न्यूज़ से एक ट्रेनी पत्रकार के रूप में शुरू हुआ। इसके बाद उन्होंने रिपोर्टर और फिर सीनियर रिपोर्टर के तौर पर खुद को स्थापित किया। दिल्ली में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स घोटाले, सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार और हाई-प्रोफाइल स्टिंग ऑपरेशन जैसे मामलों की कवरेज के कारण उन्हें विशेष पहचान मिली।
स्टिंग ऑपरेशनों के कारण बनी विशिष्ट पहचान
2010-11 के दौरान एक बड़े स्टिंग ऑपरेशन में उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री के परिवार और दो वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों को उजागर किया था। यह खुलासा न सिर्फ दिल्ली की विधानसभा में गूंजा, बल्कि संसद में भी बहस का विषय बना।
दुबे की एक और खास पहचान रही है—आरटीआई (सूचना का अधिकार) का प्रभावशाली और जिम्मेदार उपयोग। उन्होंने इस विधि से कई एक्सक्लूसिव खबरें ब्रेक कीं, जो आम जनमानस से लेकर नीति-निर्माताओं तक में हलचल पैदा कर गईं।
क्या है आगे की राह?
दुबे की कार्यमुक्ति के बाद यह कयास भी लग रहे हैं कि वे किसी नए मीडिया संस्थान के साथ जुड़ सकते हैं या स्वतंत्र पत्रकारिता में नई भूमिका निभा सकते हैं। उनके समर्थकों और पत्रकारिता जगत के कई लोगों ने इस घटनाक्रम पर हैरानी जताई है और सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं भी आने लगी हैं।
चैनल में होने वाले अन्य संभावित बदलावों को लेकर चर्चाओं का दौर जारी है। क्या न्यूज़ इंडिया 24×7 किसी नए नेतृत्व की ओर बढ़ रहा है? क्या संपादकीय नीति में बदलाव की तैयारी है? आने वाले दिनों में ये सवाल और स्पष्ट हो सकते हैं।