
देश के लोकप्रिय शिक्षाविद और यूट्यूब सेलिब्रिटी खान सर एक बार फिर अपने बेबाक विचारों को लेकर सुर्खियों में हैं। हाल ही में ANI की संपादक स्मिता प्रकाश को दिए एक विशेष इंटरव्यू में उन्होंने भारत-पाकिस्तान संबंधों पर टिप्पणी करते हुए कहा, “पाकिस्तान के साथ सीज़फायर करना भारत की अब तक की सबसे बड़ी रणनीतिक भूलों में से एक था।”
इस बयान के तुरंत बाद इंटरव्यू की होस्ट स्मिता प्रकाश कुछ पल के लिए चुप रह गईं, जिससे इंटरव्यू का माहौल और गंभीर हो गया। खान सर ने आगे कहा, “जब-जब भारत ने शांति का हाथ बढ़ाया, पाकिस्तान ने उसे हमारी कमजोरी समझा। कूटनीति जरूरी है, लेकिन बार-बार धोखा खाने के बाद भी भरोसा करना मूर्खता है।”
सोशल मीडिया पर उबाल
यह वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर जंगल की आग की तरह फैल गई है। ट्विटर (अब एक्स) पर दीपक खत्री नामक एक यूजर ने यह वीडियो साझा करते हुए लिखा, “जब सच्चाई सामने आती है, तब गोदी मीडिया की स्क्रिप्ट काम नहीं करती!”
इसके बाद से ही यह विषय सोशल मीडिया पर बहस का केंद्र बन गया है। हजारों यूजर्स इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। कुछ लोग खान सर की राष्ट्रवादी सोच की सराहना कर रहे हैं, तो कुछ इसे एकतरफा विचारधारा करार दे रहे हैं।
जानकारों की राय
रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम समझौते का उद्देश्य सीमाओं पर स्थिरता बनाए रखना था, लेकिन हाल के वर्षों में LOC पर संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाएं लगातार सामने आती रही हैं।
कूटनीतिक मामलों के जानकार प्रोफेसर अनीता शर्मा कहती हैं, “खान सर की टिप्पणी जनभावना को दर्शाती है, लेकिन विदेश नीति केवल भावनाओं पर नहीं, दीर्घकालिक रणनीतिक हितों पर आधारित होती है।”
खान सर का बढ़ता प्रभाव
खान सर का यह इंटरव्यू सिर्फ एक राजनीतिक टिप्पणी नहीं, बल्कि एक शिक्षाविद के रूप में उनकी सार्वजनिक भूमिका और राष्ट्रहित पर सोच को भी दर्शाता है। बिहार के पटना से शुरू हुई उनकी शैक्षणिक यात्रा अब राष्ट्रीय विमर्श तक पहुंच चुकी है।
खान सर के बयान ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि भारत को अपने पड़ोसी देशों खासकर पाकिस्तान के साथ संबंधों को लेकर किस हद तक सख्ती बरतनी चाहिए। इंटरव्यू वायरल होने के बाद यह साफ है कि आम जनता ऐसे मुद्दों पर अब शिक्षकों और युवाओं की राय को भी गंभीरता से सुन रही है।