CG Teacher News: बिलासपुर। ई संवर्ग स्कूल शिक्षा में पदोन्नति और पदस्थापना आदेश जारी करने के बाद पूरे प्रदेश में जिस स्तर पर संशोधन और फिर पदस्थापना का खेल चला यह मामला हाई कोर्ट भी पहुंचा। राज्य शासन ने बड़े स्तर पर घोटाले की बात स्वीकार करते हुए संशोधन आदेश को रद कर दिया थ। विधानसभा चुनाव के ठीक एक साल पहले हुए इस फर्जीवाड़े की फाइल प्रदेश स्तर पर खुल गई है। बिलासपुर जेडी कार्यालय के अंतर्गत फर्जीवाड़े की जांच पूरी हो गई है।
बिलासपुर जिले में ई संवर्ग के समान ही टी संवर्ग हमें भी पदोन्नति पदस्थापना के बाद संशोधन का खेल चला है। अब इसकी भी फाइल खुल गई है। राज्य शासन के आदेश पर जेडी रथ ने जांच प्रारंभ कर दी है।
आदिवासी विकास विभाग में पोस्टिंग आदेश में हुए संशोधन की भी जांच शुरू हो गई है। अतिरिक्त संचालक एससीईआरटी रथ ने ज्वाइंट डायरेक्टर आरपी आदित्य से पूरी फाइल तलब की है। फाइल खुलते ही यह बात भी समाने आ रही है कि टी संवर्ग के प्रभारी ज्वाइंट डायरेक्टर बिलासपुर के सहायक संचालक प्रशांत राय व खंड लिपिक परमेश्वर जगत से भी पूछताछ होगी।
टी संवर्ग में 203 शिक्षकों को पदोन्नति के बाद पदस्थापना में हुआ संशोधन
टी संवर्ग में भी पदोन्नति और पदस्थापना के बाद सुविधा के अनुसार स्कूल के लिए संशोधन आदेश जारी किया गया है। ऐसे शिक्षकों की संख्या तकरीबन 203 है। इन शिक्षकों को मनमुताबिक स्कूल में नौकरी करने के लिए पूर्व के आदेश में संशोधन कराने का आरोप है। अचरज कीबात ये कि तत्कालीन ज्वाइंट डायरेक्टर एसके प्रसाद ने पदस्थापना आदेश में संशोधन करने के लिए राज्य शासन से अनुमति भी नहीं ली थी। जांच अधिकारी ने इसे अपनी रिपोर्ट में शामिल किया है।
फर्जीवाड़ा के आरोप में पांच संभाग के जेडी को किया था सस्पेंड
स्कूल शिक्षा विभाग में ट्रांसफर-पोस्टिंग संशोधन के नाम पर करोड़ों का खेल किया गया था। फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद राज्य शासन ने कड़ी कार्रवाई करते हुए 5 संभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर को निलंबित कर दिया था। साथ ही बिलासपुर जेडी कार्यालय के बाबू विकास तिवारी को भी निलंबित किया गया था। दो दिनों तक बिलासपुर में चली इस जांच के लिए राज्य शासन ने अतिरिक्त संचालक एससीईआरटी जेपी रथ को जांच अधिकारी बनाया है। वहीं जेडी कार्यालय के सहायक संचालक भूपेन्द्र कौशिक प्रस्तुतकर्ता अधिकारी हैं। दो दिनों में कुल 799 में से 683 शिक्षकों ने बयान दर्ज किया गया है।
ट्राइबल में 230 की पोस्टिंग, 203 का हुआ संशोधन
बिलासपुर संभाग में टी संवर्ग में भी पदस्थापना के बाद संशोधन में जमकर फर्जीवाड़ा किया गया है। इसमें 230 शिक्षकों की प्रारंभिक स्तर पर पोस्टिंग की गई लेकिन बाद में इसमें से 203 शिक्षकों का संशोधन आदेश निकाल दिया गया। जांच अधिकारी रथ के मुताबिक 230 में से 203 शिक्षकों का संशोधन आदेश निकाला जाना ही अपने आप में प्रमाणित करता है कि गड़बड़ी हुई है। हालांकि पूरी प्रक्रिया की जाएगी।
तत्कालीन ज्वाइंट डायरेक्टर एसके प्रसाद ने खुलकर नियमों की अवहेलना की। शासन ने उन्हें निलंबित भी कर दिया था।