Bilaspur News: बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में आनलाइन गेम फ्री फायर ने 16 साल के बच्चे की जान ले ली है। बच्चा बीते दो दिनों से डिप्रेशन में था। डिप्रेशन की वजह से 16 साल के बच्चे ने जंगल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया है। पुलिस की जांच में मृतक ‘फ्री फायर’ ऑनलाइन गेम का एडिक्ट था। पिछले दो-तीन दिनों से वह डिप्रेशन में था।..बेलगहना चौकी क्षेत्र के करही कछार की घटना है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सुनिए इस मामले में एडिशनल एसपी अर्चना झा,एडिशनल की बातें।
केस स्टडी, आनलाइन गेम कैसे साबित हो रहा है जानलेवा
मध्य प्रदेश के मुरैना जिले से हैरान करने वाली खबर बीते दिनों सामने आई थी। एक नाबालिग लड़के ने चार मंजिला इमारत की छत से कूदकर जान दे दी थी। इस मामले में हैरान करने वाली बात यह सामने आई थी कि लड़के ने दो दिन पहले अपनी मां से मज़ाक में सवाल किया था कि मां, अगर मैं छत से गिर जाऊं या कूद जाऊं तो क्या होगा ? तब उसकी मां ने बेटे के इस बात पर ज़्यादा ध्यान नहीं दिया था। नाबालिग लड़का फ्री फायर ऑनलाइन गेम खेलने की आदत डाल लिया था।घटना की रात भी अपने मोबाइल पर फ्री फायर गेम खेला और फिर अचानक रात छत से कूद गया।
ये पांच आनलाइन गेम बेहद खतरनाक,आदत बन रहा जान का दुश्मन
ब्लू वेल चैलेंज -एक भयावह ट्रेंड के चलते बच्चे निराशावादी ऑनलाइन गेम्स के झांसे में आकर न सिर्फ खुद को नुकसान पहुंचा रहे हैं बल्कि कई की तो जान भी जा चुकी है।
ऐसे गेम्स को खेलने वाले बच्चे खुद को चोट पहुंचाते हैं। आत्म हत्या कर लेते हैं या अपनी अंतरंग तस्वीरें ऑनलाइन शेयर कर लेते हैं।
यह गेम बीते दो महीनों से खेली जा रही है। ब्लू वेल चैलेंज के तहत खेलने वाले को 50 ऐसे टास्क पूरे करने होते हैं जिनसे उन्हें नुकसान पहुंचे, उन्हें डरावनी फिल्में देखनी होती हैं, अजीबो-गरीब वक्त पर उठना होता है और ऐसे कई दूसरे अजीब काम करने होते हैं। हर टास्क पूरा करते वक्त उन्हें फोटो या वीडियो पोस्ट करने के लिए कहा जाता है। जैसे-जैसे टास्क पूरे होते जाते हैं उनकी मुश्किल का लेवल भी बढ़ने लगता है और इसका आखिरी चैलेंज जान देने जैसा भी हो सकता है।
द पास आउट चैलेंज
इसे चोकिंग गेम भी कहा जाता है। इस चैलेंज को टीनेजर्स के बीच काफी लोकप्रिय भी हुआ है। वे मज़े-मज़े में एक दूसरे का गला दबाने लगे। यह गेम ऐसी है कि बच्चे अपना गला इस कदर घोंट देते हैं कि उनके दिमाग को ऑक्सिजन नहीं मिल पाता और वे बेहोशी की स्थिति में आ जाते हैं।
द सॉल्ट ऐंड आइस चैलेंज
टीनेजर्स पहले अपनी स्किन पर नमक रखते हैं और फिर उसपर बर्फ रख देते हैं। नमक की वजह से बर्फ का तापमान -26 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है जिससे खतरनाक बर्न्स और फ्रॉस्टबाइट्स हो जाते हैं। युवा इसका वीडियो बनाते हैं यह देखने के लिए कि उन्होंने दूसरे से कितना बेहतर किया।
द फायर चैलेंज
इस गेम में युवा खुद को सचमुच आग लगा देते हैं। वे अपने पेट के इर्द-गिर्द कोई आग भड़काने वाला लिक्विड लगाकर आग लगा देते हैं। इस टास्क का एक वीडियो रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर अपलोड किया जाता है।