ऐसे विज्ञापन का क्या मतलब? कोई निर्वाचित सरकार ज्यादातर राज्य के बाहर प्रसारित होने वाले किसी अखबार में पहले पन्ने पर आधे पन्ने का ऐसा विज्ञापन छपवाए और वह भी चुनाव की घोषणा से पहले तो यह उसकी हताशा के अलावा और कुछ नहीं है। पर यहां मुद्दा यह है कि ऐसा दावा करने का […]Read More
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तेंदुए से टकराने वाले छायाकार सुधांशु में दिखा संजीव प्रेमी जैसा जुनून हिन्दुस्तान अखबार के लखनऊ संस्करण के छायाकार सुधांशु की जांबाज़ी ने साबित कर दिया कि इस शहर के छायाकारों में दिवंगत छायाकार संजीव प्रेमी जैसा जुनून अभी जिन्दा हैं। लखनऊ के जांबाज छायाकार संजीव प्रेमी को अपनी जान से ज्यादा फोटोग्राफी के पेशे […]Read More
चार सौ बीसी की कहानी चार सौ बीस रुपए में। यही इस पुस्तक की समीक्षा है।
न्यूजक्लिक पर डॉ. कफील खान से उनकी इस किताब पर बात करते हुए वरिष्ठ पत्रकार परंजोय गुहा ठाकुरता अंत में कीमत और प्रकाशक की चर्चा करते हुए लटपटा गए। 600 रुपए कह गए। डॉ. खान ने सुधारा और बताया कि 499 रुपए है और अमैजन छूट भी दे रहा है। यह दिलचस्प संयोग है कि […]Read More
पैराशूट उम्मीदवार तथाकथित पत्रकार के शिकंजे में,जीत का ख्वाब संजोय लैंडिंग करने का कर रहे प्रयास रुड़की। जैसे जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आतें जा रहे हैं सभी राजनीतिक पार्टियां भी अपनी चुनावी जमीन तैयार करने में जुटी हुई हैं। आम आदमी पार्टी के पिरान कलियर विधानसभा प्रभारी शादाब आलम क्या किराए की जनता के सहारे […]Read More
एक पत्रकार जोड़ी की नज़र में योगी आदित्यनाथ किसी फिल्म की स्टार कास्ट दर्शकों को खींचने के लिए काफी होती है। साथ ही निर्माता,प्रोडक्शन हाउस, डिस्ट्रीब्यूटर और फिल्म की थीम की खूबियां भी सिनेमाघर जाने पर मजबूर कर देती हैं। इसी तरह किसी किताब के लेखक की साख, पब्लिशर का नाम और विषय वस्तु पाठकों […]Read More
पुरानी पीढ़ी के दिग्गज संपादक विजय सिंह विद्याव्रत का कुछ देर पहले गोंडा में निधन हो गया। वह 91 वर्ष के थे। इनदिनों वह पैतृक घर में निवास कर रहे थे। वह बाबू पारसनाथ सिंह, विद्याभास्कर और चंद्र कुमार जी जैसे दिग्गज संपादकों के साथ काम कर चुके थे। युग तुलसी पंडित रामकिंकर उपाध्याय के […]Read More